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Channel: Weekend Getaways | वीकंड यात्रा

वीकेंड पर बच्चों के साथ मस्ती के लिए ये हैं बेस्ट जगहें

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दिल्ली-एनसीआर में कई ऐेसी जगहें हैं, जहां बच्चों को खूब मजा आएगा। आप बच्चों के साथ यहां घूमने जा सकते हैं। ऐसी ही कुछ जगहों के बारे में आज हम आपको बता रहे हैं:

नैशनल रेल म्यूजियम
आमतौर पर बच्चों को ट्रेन बहुत पसंद होती हैं। ऐसे में उन्हें यह जगह पसंद जरूर आएगी। यह म्यूजियम 10 एकड़ में फैला हुआ है। यहां रेल के कई मॉडल प्रदर्शित किए गए हैं। साथ ही, ट्रेन की सवारी का मजा भी आप यहां ले सकते हैं।
कहां: चाणक्यपुरी, नई दिल्ली
टाइमिंग: सुबह 10 से शाम 5 बजे तक, छुट्टी: सोमवार और सभी सरकारी छुट्टियों के दिन
नोट: ट्रेन की सवारी के लिए अलग से पेमेंट करना होगा।

सेवन वंडर्स पार्क
इस अजूबे पार्क में 90 टन कबाड़ से दुनिया के 7 अजूबों के मॉडल तैयार किए गए हैं। इनमें एफिल टॉवर, पीसा की मीनार, मिस्र का पिरामिड, ताजमहल आदि हैं। शाम में 4 बजे से रात 8 बजे तक रोशनियों के बीच इन्हें देखना ज्यादा अच्छा लगता है।
कहां: गंगा विहार, सराय काले खां, नई दिल्ली
टाइमिंग: सुबह 11 से रात 8 बजे तक
छुट्टी: कोई नहीं


चिल्ड्रंस पार्क
इस पार्क में तरह-तरह की राइड हैं। साथ ही, एंफी थियेटर और जंगल बुक थिएटर भी हैं। अच्छी बात यह है कि यह इंडिया गेट के पास ही है, यानी आप दोनों जगह घूमने का प्लान एक साथ बना सकते हैं।
कहां: इंडिया गेट, नई दिल्ली
टाइमिंग: सुबह 9:30 से शाम 5:30 बजे तक
छुट्टी: सोमवार


नैशनल डॉल म्यूजियम

मशहूर कार्टूनिस्ट शंकर पिल्लई ने इस म्यूजिम की स्थापना की थी। यहां देश-दुनिया की तमाम डॉल्स हैं जिनमें से 150 भारतीय हैं।
कहां: चिल्ड्रन बुक ट्रस्ट भवन, बहादुर शाह जफर मार्ग, नई दिल्ली
टाइमिंग: सुबह 10 से शाम 5:30 बजे तक
छुट्टी: सोमवार और सभी सरकारी छुट्टियों पर



नैशनल साइंस सेंटर
प्रगति मैदान गेट नंबर-1 के पास भैरों रोड पर स्थित साइंस सेंटर में साइंस से जुड़ीं ढेरों दिलचस्प चीजें हैं। यहां बच्चों को साइंस की मुश्किल चीजों को बेहद आसानी से समझाया गया है।
कहां: प्रगति मैदान गेट नंबर 1, भैरों मार्ग, नई दिल्ली
टाइमिंग: सुबह 9:30 से शाम 6 बजे
छुट्टी: कोई नहीं


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सिटी वॉक फेस्टिवल: इस वीकेंड मध्यप्रदेश के इन शहरों की करें सैर

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घुमक्कड़ी का शौक भी है और वीकेंड पर फ्री हैं तो सिटी वॉक फेस्टिवल के आपके लिए परफेक्ट है। सिटी वॉक फेस्टिवल में आपको एमपी के अलग-अलग शहरों को एक्सप्लोर करना का मौका मिलेगा। अगर आप भी किसी लग्जरी वकेशन से ज्यादा नई जगहों को एक्सप्लोर करने का शौक रखते हैं तो सिटी वॉक के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करा लें।

यह फेस्टिवल 7-8 दिसंबर को आयोजित होगा। एमपी टूरिज्म ने ट्वीट करके इस फेस्टिवल की जानकारी दी है। इसके तहत आप मध्यप्रदेश के इन शहरों को एक्सप्लोर कर सकते हैं।

चंदेरी
अपनी ऐतिहासिक धरोहर के लिए मशहूर यह शहर पर्यटकों से जरा दूर ही है। ऐसे में आपके पास मौका है इस शहर को पूरी तरह से एक्सप्लोर करने का।


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बुरहानपुर
बुरहानपुर भी एक ऐसा शहर है जो पर्यटकों के बीच ज्यादा लोकप्रिय नहीं है। हालांकि, प्रकृति की खूबसूरती देखकर खुश होने वाले घुमक्कड़ों को यहां जरूर आना चाहिए। आप यहां भी 7 और 8 दिसंबर को सिटी वॉक में हिस्सा लेकर इस जगह को एक्सप्लोर कर सकते हैं।


भोपाल
झीलों के शहर भोपाल की सैर करने से बेहतर वीकेंड आइडिया और क्या हो सकता है। झीलों के अलावा इस शहर में कई म्यूजियम्स भी हैं जहां संस्कृति और मानव विकास की झलकियां देखकर आप हैरान रह जाएंगे।

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दापोली: महाराष्ट्र में यह है खूबसूरत बीचों और मंदिरों का शहर, कहा जाता है मिनि महाबलेश्वर

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दापोली महाराष्ट्र का एक छोटा हिल स्टेशन है। यहां साल भर ठंडा मौसम रहता है। यहां कई किले, मंदिर और गुफाएं हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। यहां का मौसम साल भर ठंडा रहता है। इस वजह से दापोली को मिनि महाबलेश्वर भी कहा जाता है। कई महान हस्तियों जैसे लोकमान्य तिलक, साने गुरुजी, ढोंडो, महर्षि, केशव कार्वे और परंजापे का यहां निवास रहा है। यहां कई बीच, धरोहर स्थल और ऐतिहासिक इमारतें हैं। इसके अलावा यहां का सी फूड्स काफी स्वादिष्ट होने की वजह से मशहूर है। वीकेंड हॉलिडे के लिए यह जगह काफी उपयुक्त है। आइए यहां के कुछ प्रमुख स्थानों के बारे में बताते हैं...

केशवराज मंदिर
यह मंदिर पेशवा शैली की वास्तुकला का नमूना है। यहां का माहौल काफी शांति भरा है। केशवराज तक एक छोटा सा रास्ता जाता है जो नारियल, सुपारी, आम और काजू के पेड़ों के बीच से होकर गुजरता है।

प्राकृतिक गीजर
यहां गरम पानी का एक झरना भी है जिसके पानी में गंधक की महक आती है। दरअसल यह पानी गंधक के भूमिगत ढेर से होकर गुजरता है। कहा जाता है कि इस पानी में औषधीय गुण है और त्वचा की बीमारियां दूर हो सकती हैं। पास में घना जंगल, बगल की पहाड़ी पर भगवान शिव का मंदिर और छोटी सी नदी से पानी का बहाव इस भौगोलिक क्षेत्र को काफी खूबसूरती प्रदान करता है।

हरनाई पोर्ट और बीच
जब आप लैंप पोस्ट से होकर गुजरेंगे तो आप फतेहगढ़ का किला, कनकदुर्ग और स्वर्णदुर्ग देख सकेंगे। पूरे कोंकण तट पर हरनाई लैंप पोस्ट सबसे पुराना और अहम लाइट हाउस है। आप लैंप पोस्ट के पास खड़े होकर बीच का नजारा और समुद्र में लंगर डाले जहाज को देख सकते हैं।

गणेश मंदिर
दापोली तालुका के अंजारले गांव में एक गणेश मंदिर है जिसको कादीवार्चा गणपति कहा जाता है। अंजारले जॉग नदी के मुहाने पर एक छोटा सा पोर्ट है। यहां का गणेश मंदिर पूरे कोंकण क्षेत्र में काफी प्रसिद्ध है। यह मंदिर 12वीं सदी में बना था। साल 1630 से इस मंदिर की देखरेख का काम 'निस्चर' परिवार करता है। ऊंचाई पर स्थित मंदिर तक जाने के लिए पत्थर की सीढ़ियां बनी हैं। आप वहां से अरब सागर, सुवर्नदुर्ग किला हरनाई और नारियल के घने बागान को देख सकते हैं।

कैसे जाएं
दापोली आप हवाई, रेल और सड़क, तीनों मार्ग से जा सकते हैं।

हवाई मार्ग: रत्नागिरी डोमेस्टिक एयरपोर्ट सबसे करीबी एयरपोर्ट है जो दापोली से 127 किलोमीटर की दूरी पर है।

रेल मार्ग: खेड़ रेलवे स्टेशन सबसे करीबी स्टेशन है जो दापोली से 29 किलोमीटर की दूरी पर है।

सड़क मार्ग: दापोली तक सड़क मार्ग से जाना भी काफी सुविधाजनक है। दापोली मुंबई से करीब 220 किलोमीटर और पुणे से करीब 185 किलोमीटर की दूरी पर है।

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वीकेंड पर जयपुर में देखें विंटेज कार रैली, 22-23 फरवरी को होगा आयोजित

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विंटेज कारों के शौकीन लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। राजस्थान की राजधानी जयपुर में 22 और 23 फरवरी के बीच फेमस विंटेक कार रैली का आयोजन होने जा रहा है। जानकारी के अनुसार, राजपूताना ऑटोमोटिव स्पोर्ट्स कार क्लब शहर के होटल ताज जय महल पैलेस में विंटेज कारों की प्रदर्शनी और ड्राइव-2020 का आयोजन करने जा रही है। इस इवेंट में देश के विभिन्न हिस्सों से आए विंटेज कारों के मालिक अपनी गाड़ियों का प्रदर्शन करते हैं। इवेंट के आयोजकों का कहना है कि होटल जय महल पैलेस में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में 100 से ज्यादा विंटेज कारें शामिल होंगी।

आयोजकों से मिली जानकारी के अनुसार, ये कारें तीन कैरिगरी में बंटी होंगी। विंटेज कार्स कैटिगरी में 1930 या उससे पहले की कारों को रखा जाना है। वहीं 40-50 के दशक की कारों को क्लासिक कार कैटिगरी में और 60-70 के दशक की कारों को मॉडर्न क्लासिक कैटिगरी में शामिल किया जाएगा। पिछली बार 20 और 30 के दशक की कुछ कारें के इवेंट में आकर्षण का प्रमुख केंद्र थीं।


यह प्रदर्शनी हर साल फरवरी में आयोजित की जाती है और इसमें दिल्ली, मुंबई, गुरुग्राम, राजस्थान के विभिन्न हिस्सों और अन्य राज्यों के विंटेज कार मालिक भाग लेने आते हैं। इवेंट के आयोजकों का कहना है कि इस साल प्रदर्शनी में दिल्ली और देश के कुछ अन्य शहरों से नए प्रतिभागियों के शामिल होने की संभावना है।

राज्य टूरिज्स विभाग के साथ मिलकर राजपुताना ऑटोमेटिव स्पोर्ट्स कार क्लब द्वारा इस इवेंट का आयोजन किया जाता है। कोई भी व्यक्ति जो विंटेज कार का मालिक है, वह जयपुर के एमआई रोड पर स्थित क्लब के ऑफिस में फॉर्म भरकर इवेंट का हिस्सा बन सकते हैं। कार मालिक ईमेल के जरिए भी फॉर्म के लिए अनुरोध कर सकते हैं। इस इवेंट में शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन फी दो हजार रुपये है।

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बरसाना में लखनवी भी खेलेंगे लट्ठमार होली

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होली के कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए देश और दुनिया से श्रद्धालु मथुरा पहुंचने लगे हैं। ब्रज में बसंत पंचमी पर होली का ढांडा गढ़ने के साथ ही ब्रज के लगभग सभी मंदिरों में होली महोत्सव की शुरुआत हो जाती है। वृंदावन में बुधवार से 11 मार्च तक लट्‌ठमार होली की धूम रहेगी। बरसाना में रंगोत्सव का आनंद लेने के लिए लखनऊ से हजारों की संख्या में लोगों ने बुकिंग करवाई है। लोगों का मानना है कि अपने शहर में होली तो हर साल मनाते हैं लेकिन इस बार बांके बिहारी के दरबार में होली का आनंद ही कुछ और होगा।

पर्यटन अधिकारी नीरज ने बताया कि पर्यटन विभाग की ओर से हर साल चार उत्सव होते हैं। जिसमें अयोध्या में दीपोत्सव, मथुरा में कृष्णोत्सव, वाराणसी में शिवरात्रि उत्सव और वृंदावन में रंगोत्सव है। इन सभी उत्सव में देश-विदेश से लाखों की संख्या में लोग पहुंचते हैं। वृंदावन में आठ दिनों तक होने वाले रंगोत्सव में लखनऊ से रोजाना डेढ़ से दो हजार लोग जाएंगे, जो वहां लठमार होली, फूलों की होली, लड्डू होली, रंगों की होली, छड़ीमार होली के अलावा अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सम्मिलित होंगे।

तारीख स्थल कार्यक्रम
4 मार्च बरसाना लट्‌ठमार होली
5 मार्च नंदगांव, रावल लट्‌ठमार होली/लड्डू होली
6 मार्च मथुरा और वृंदावन सांस्कृतिक कार्यक्रम/होली
7 मार्च गोकुल छड़ीमार होली
9 मार्च गांव फालैन जलती हुई होली से प्रहलाद का निकलना
9 मार्च श्री द्वारिकाधीश मंदिर होली डोला
10 मार्च श्री द्वारिकाधीश मंदिर टेसू फूल और रंगों की होली
10 मार्च मथुरा अबीर गुलाल/रंगों की होली
11 मार्च गांव मखुराई चरकुला नृत्य/सांस्कृतिक कार्यक्रम


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होली लाया लॉन्ग वीकेंड, गोवा-अंडमान में 'होलीडे' मनाएंगे दिल्लीवाले

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इस साल होली 9 मार्च यानी कि सोमवार को पड़ रही है, जबकि रंग वाली होली 10 मार्च यानी कि मंगलवार को। ऐसे में, अगर 7 और 8 मार्च के वीकेंड को होली की छुट्टियों के साथ मिला दिया जाए, तो दिल्लीवालों को इस रंग-बिरंगे त्यौहार पर पूरे चार दिन की छुट्टी मिल रही है। बेशक, तमाम लोगों ने इन चार दिनों के लॉन्ग वीकेंड का पूरा लुत्फ उठाने के लिए इस बार होली का त्यौहार कहीं बाहर मनाने की प्लानिंग कर ली है। कोई दिल्ली से ड्राइव करके आस-पास के टूरिस्ट प्लेस पर जाने की प्लानिंग कर रहा है, तो कुछ लोगों ने बीच हॉलिडे मनाने की प्लानिंग कर ली है। इस बार होली पर दिल्लीवाले कहां के टिकट कटा रहे हैं, हमने इस बारे में पता लगाया।

होली की छुट्टियों को लेकर दिल्ली वालों ने पहले ही अपनी बुकिंग करानी शुरू कर दी हैं। छोटे ट्रिप के लिए लोग होली पर आस-पास ऐसी जगह जाना ज्यादा पसंद कर रहे हैं, जहां होली ट्रडिशनल तरीके से मनाई जाती हो। इस तरह उनका घूमना भी हो जाएगा और होली की मस्ती भी हो जाएगी। इस बारे में मेक माई ट्रिप के प्रवक्ता ने बताया, 'इस बार लॉन्ग वीकेंड का फायदा उठाकर दिल्ली वाले होली मनाने के लिए मथुरा, वृंदावन और पुष्कर जैसी जगहों का रुख कर रहे हैं। यहां की पारंपरिक होली काफी पसंद की जाती है, इसलिए लोग होली के लिए फेमस इन जगहों पर जाना लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं।' वहीं एसओटीसी ट्रैवल के अध्यक्ष और कंट्री हेड डेनियल डिसूजा बताते हैं, 'होली को लेकर दिल्ली वालों की लिस्ट में हरिद्वार, उदयपुर, जयपुर, पंजाब और हिमाचल जैसी खूबसूरत जगहें भी शामिल हैं। होली के वीकेंड्स पर शॉर्ट ट्रिप के तौर पर लोग इन जगहों पर भी काफी संख्या में जाना पसंद कर रहे हैं।'

लॉन्ग वीकेंड पर जाएंगे बीच ट्रिप पर
दिल्ली में ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है, जो होली के लॉन्ग वीकेंड पर फैमिली को कंप्लीट ट्रिप पर ले जाना चाहते हैं। ऐसे में, ट्रैवल कंपनियों के पास दिल्लीवालों की काफी बुकिंग आ रही हैं। इस बारे में थॉमस कुक (इंडिया) लिमिटेड के अध्यक्ष और कंट्री हेड राजीव काले बताते हैं, 'हमने पिछले कुछ समय में देखा है कि लॉन्ग वीकेंड्स पर घूमने जाने वाले दिल्लीवालों की संख्या में 17 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। होली पर जो वर्किंग प्रॉफेनल्स, युवा और फैमिली लॉन्ग ट्रिप का प्लान बना रहे हैं, वे टूरिस्ट प्लेस पर ही रुककर होली का त्योहार मनाने की प्लानिंग कर रहे हैं।'

स्मार्ट प्लानिंग करके जा रहे घूमने
वैसे 4 दिन की छुट्टी कम नहीं होती, लेकिन हर किसी को सोमवार या शनिवार का ऑफ नहीं मिल पाता। ऐसे में, वे कैसे अपना टूर प्लान कर रहे हैं? प्राइवेट जॉब करने वाले अश्वनी बताते हैं, 'इस बार नए साल की छुट्टियों में मेरा पूरी फैमिली के साथ गोवा जाने का प्लान था, लेकिन तब ऑफिस से छुट्टी नहीं मिल पाने की वजह से हम नहीं जा पाए। इसलिए मैंने एडवांस में ही होली लॉन्ग वीकेंड पर गोवा की बुकिंग करा ली थी। हालांकि मेरे बेटे का एक पेपर बचा हुआ है, लेकिन हम होली गोवा में ही मनाने वाले हैं।' वहीं बिजनेस मैन कमल बताते हैं, 'मेरी शादी हाल ही में हुई है। इसलिए हमारा अपनी पहली होली को कहीं दूर मनाने का मन था। मेरी वाइफ भी जॉब में हैं। उसका सोमवार को ऑफ नहीं था और मेरा शनिवार को। इसलिए हम दोनों ने अपने-अपने ऑफिस से छुट्टी लेकर अंडमान जाने की तैयारी कर ली है।’

बढ़ रही है घूमने की चाहत
आजकल ऑफिस की थकान को दूर करने के लिए दिल्लीवाले घूमने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। यही वजह है कि वे लॉन्ग वीकेंड का मौका मिलते ही शॉर्ट ट्रिप प्लान कर रहे हैं। यही वजह है कि होली के लॉन्ग वीकेंड पर भी वे ऑफिस के स्ट्रेस को होली के रंग में भुला देना चाहते हैं। एसओटीसी इंडिया हॉलिडे की रिपोर्ट की मानें, तो 25 साल से कम उम्र के 53 प्रतिशत लोग होली पर शार्ट ट्रिप पर जाना पसंद कर रहे हैं। इसके अलावा 26 से 39 वर्ष की आयु के 59 प्रतिशत लोग छोटे टूर पर जाना पसंद कर रहे हैं। इसके साथ ही 40 से 54 साल की उम्र तक के 50 प्रतिशत लोग दिल्ली के आसपास ही होली पर कहीं घूमना पसंद कर रहे हैं। वहीं जो पहली बार फैमिली के साथ या फिर पहली बार सोलो ट्रिप का प्लान बना रहे हैं, वे इन छुट्टियों पर लंबे टूर की प्लानिंग कर रहे हैं।

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शिमला आने वालों को 01 अप्रैल से देना पड़ सकता है ग्रीन टैक्स

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हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला गर्मी के मौसम में छुट्टियां बिताने के लिए भारत में बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स में से एक है। लेकिन पिछले कुछ समय से देश के अन्य हिस्सों के साथ शिमला के लिए भी प्रदूषण परेशानी का कारण बना हुआ है। इस समस्या से निपटने के लिए सरकार ने राज्य में बाहर से आने वाली और अन्य राज्यों में पंजीकृत गाड़ियों पर पर ग्रीन टैक्स लगाने की तैयारी में है। इस संदर्भ में शिमला म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने राज्य सरकार के पास मंजूरी के लिए प्रपोजल भेजा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आगामी 1 अप्रैल, 2020 से शिमला के ट्रिप की प्लानिंग कर रहे लोगों को पहले से ज्यादा खर्च करना पड़ सकता है।

जानकारी के अनुसार, शिमला नगर निगम ने 1 अप्रैल, 2020 से शहर में प्रवेश करने वाली गाड़ियों पर ग्रीन टैक्स लगाने का फैसला किया है। सभी पर्यटकों और दूसरे राज्य में पंजीकृत बाहरी गाड़ियों को शिमला में प्रवेश करने के लिए अतिरिक्त कर देना होगा। नगर निगम ने ग्रीन टैक्स की दरें भी तय की गई थीं। नगर निगम द्वारा तय किए दोपहिया वाहनों के लिए 50 रुपये, चार पहिया वाहन के लिए 200 और बस व ट्रक के लिए 300 रुपये फीस निर्धारित की गई थी।

निगम ने राज्य सरकार को अपनी प्लानिंग के बारे में बताने के बाद नगर निगम इस मामले को एक बार फिर सदन में लेकर जाएगा और शहर में ग्रीन टैक्स वसूलना शुरू करेगा। हालांकि शिमला में ग्रीन टैक्स की वसूली के लिए कोई बैरियर नहीं लगेगा। यह सिर्फ ऑनलाइन या ऐप के जरिए वसूला जाएगा। शिमला में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए इस टैक्स की घोषणा की गई है। इससे पहले नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने स्थानीय शहरी निकाय को पर्यटकों से ग्रीन टैक्स वसूलने का निर्देश दिया था। कुछ साल पहले भी ऐसा नियम लागू किया गया था, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया था।

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